कर्मधारय समास
कर्मधारय समास - जिस समास के दोनों पदों में विशेषण -विशेष्य अथवा उपमेय -उपमान का संबंध हो, वह कर्मधारय समास कहलाता है !
जैसे -:
(विशेषण -विशेष्य वाले उदाहरण )
(विशेषण -विशेष्य वाले उदाहरण )
नीलाम्बर - नीला है जो अम्बर
महादेव - महान है जो देव
परमानंद - परम है जो आनंद
श्वेताम्बर - श्वेत है जो अम्बर
सद्धर्म - सच्चा है जो धर्म
पुरषोत्तम - पुरुषों में है जो उत्तम
नीलगाय - नीली है जो गाय
कालीमिर्च - काली है जो मिर्च
(उपमेय -उपमान वाले उदाहरण )
घनश्याम - घन के समान श्याम
रमरत्न - राम रूपी रत्न
चन्द्रमुख - चंद्र के समान मुख
कमलनयन - कमल के समान नयन
कनकलता - कनक के समान लता
क्रोधाग्नि - क्रोध रूपी अग्नि
विद्याधन - विद्या रूपी धन
वचनामृत - अमृत रूपी वचन
। जय हिंद
। जय हिंद
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