अनुच्छेद लेखन किसे कहते हैं। अनुच्छेद लेखन की विशेषताएं बताइए। अनुच्छेद लेखन में कौन कौन सी सावधानियां रखना चाहिए।

अनुच्छेद लेखन

अनुच्छेद लेखन एक कला है! किसी भाव या विचार विशेष को व्यक्त करने के लिए लिखे गए संबंध लघु वाक्य समूह को अनुच्छेद लेखन कहते हैं !किसी विषय से संबंधित महत्वपूर्ण बातों को कम से कम शब्दों में लिखने के लिए बड़े बुद्धि कौशल की आवश्यकता होती है इसे भाव पल्लवन भी कहा जाता है! इसे लिखने का मुख्य उद्देश्य किसी विषय को कम से कम शब्दों में स्पष्ट करना होता है !अनुच्छेद अपने आप में स्वतंत्र एवं पूर्ण होता है जो पाठक के मन पर सीधा प्रभाव डालता है अतः यह एक प्रभावी एवं उपयोगी लेखन शैली है!

अनुच्छेद लेखन की विशेषताएं

  1. विषय का पूरी तरह से ज्ञान होना
  2. भव्या भाषा पर पूरा अधिकार
  3. शब्द भंडार पर पूर्ण अधिकार
  4. विषय से संबंधित अंखियों का संग्रह 
अनुच्छेद लेखन में सावधानियां
  • अनुच्छेद लेखन एक संक्षिप्त लेखन शैली है अतः मुख्य विषय पर ही केंद्रित रहना चाहिए।
  • एक भी अनावश्यक वाक्य अनुच्छेद के प्रभाव को शिथिल बना देता है
  • अनुच्छेद के प्रत्येक वाक्य परस्पर संबंध होने चाहिए।
  • अनुच्छेद का प्रथम एवं अंतिम वाक्य अर्थ गर्वित एवं प्रभावपूर्ण होना चाहिए।
  • अनुच्छेद के प्रथम वाक्य में कौतूहल जागृत करने की पराकाष्ठा एवं अंतिम वाक्य में पाठक की जिज्ञासा शांत करने की क्षमता होनी चाहिए।
  • भाषा की शुद्धता एवं शब्द चयन में सावधानी बरतनी चाहिए तथा मुहावरे एवं लोकोक्तियां के प्रयोग से अनुच्छेद को शक्ति मिलती है इसका ध्यान रखना चाहिए।
  • अनुच्छेद लेखन में अनुभूति की प्रधानता होनी चाहिए।
  • भाषा शैली विषय के अनुरूप होनी चाहिए।
  • अनुच्छेद लेखन में विद्यार्थी को समय सीमा का ध्यान रखना आवश्यक है।

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