SAMASH

                                           तत्पुरुष समास 
जिस समास में उत्तर पद प्रधान हो ,उसे तत्पुरूष समास कहते है ! इसमें कर्ताकारक और सम्भोधन को छोड़कर सभी कारकों में विभक्तियाँ लगाकर समास विग्रह किया जाता है. 
तत्पुरूष समास के निम्नलिखित छः ०६ भेद है -
०१ कर्मतत्पुरुष-जहाँ पूर्वपद से कर्म कारक की विभक्ति का लोप होता है वहा कर्मतत्पुरुष होता है !      जैसे =

  1. सुखप्राप्त -सुख को प्राप्त करने वाला 
  2. माखनचोर - माखन को चुराने वाला 
  3. गिरहकट -गिरह को काटने वाला 
  4. गगनचुम्बी -गगन को चूमने वाला 
  5. स्वर्ग प्राप्त - स्वर्ग को प्राप्त 
  6. चिड़ीमार - चिड़ियों को मारने वाला 
  7. तिलचट्टा -तेल को चाटने वाला 
  8. ग्रहागत  - गृह को आगत (आया हुआ 
०२ करण तत्पुरुष -जहाँ पूर्व पद से करण कारक की विभक्ति का लोप होता है ,वहां करण तत्पुरुष होता है !
जैसे -

  1. अकाल पीड़ित - अकाल से पीड़ित 
  2. ईश्वर प्रदत्त - ईश्वर द्वारा प्रदत्त 
  3. तुलसीकृत - तुलसी द्वारा कृत 
  4. दयाद्र- दया से आद्र
  5. मदमस्त -मद से मस्त 
  6. मनगढंत - मन से गडा हुआ 
  7. मनमाना - मन से माना 
  8. रेखांकित - रेखा से अंकित 
०३.सम्प्रदान तत्पुरुष - जहाँ समास के पूर्वपद से सम्प्रदान की विभक्ति  ''के लिए ''का लोप होता है वहां सम्प्रदान तत्पुरुष होता है !
जैसे -

  1. गुरु दक्षिणा - गुरु के लिए दक्षिणा 
  2. गौशाला - गौ के लिए शाला 
  3. राहखर्च - राह के लिए खर्च 
  4. देश भक्ति - देश के लिए भक्ति 
  5. रसोईघर -रसोई के लिए घर 
  6. सत्याग्रह -सत्य के लिए आग्रह 
०४.अपादान तत्पुरुष -जहाँ समास के पूर्व पद की अपादान की विभक्ति ''से '' (विलग होने के भाव )का लोप हो,वहां अपादान तत्पुरुष होता है !
जैसे -

  1. ऋणमुक्त -ऋण से मुक्त 
  2. धनहीन - धन से हीन 
  3. जन्मांध -जन्म से अँधा 
  4. पथभ्रष्ट -पथ से भ्रष्ट 
  5. पदच्युत - पद से च्युत 
  6. भयभीत -भय से भीत 
०५.संबंध तत्पुरूष -जहाँ समास के पूर्व पद में सम्बन्ध तत्पुरुष की विभक्ति (का,की,के,)का लोप हो वहां संबंध तत्पुरुष समास होता है !
जैसे -

  1. अमृतधारा -अमृत की धारा
  2. आज्ञानुसार -आज्ञा के अनुसार 
  3. गंगातट - गंगा  के तट 
  4. मृत्युदंड - मृत्यु का दंड 
  5. राजमाता - राजा की माता 
  6. सचिवालय -सचिव का आलय 
०६.अधिकरण तत्पुरुष -जहाँ अधिकरण कारक की विभक्ति (में,पर,)का लोप हो जाता है वहां अधिकरण तत्पुरुष होता है। 
जैसे -

  1. आपबीती - आप पर बीती 
  2. कार्यकुशल -कार्य में कुशल 
  3. गृहप्रवेश -गृह में प्रवेश 
  4. देशाटन -देश में अटन 
  5. लोकप्रिय - लोक में प्रिय 
  6. शरणागत - शरण में आगत 
संजय सेन ८१२०६४६९३४ 

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