मुकरी किसे कहते हैं

" मुकरी " शब्द मुकरना से बना है ! मुकरना का अर्थ है - '' कहकर बदल जाना " या "वादा करके बाद मे कही गई बात से मुकरना या इन्कार करना !
मुकरी ऐसी  पद्य रचना है जिसमें "हाँ" कहकर "न" कहा जाता है !

मुकरी का उदाहरण :-- 
" वह आवे तो शादी होय,
उस बिन दूजा और ना कोय !
मीठे लागे वाके बोल,
क्यों सखी साजन,
ना सखी ढोल!!

ऐसा लगता है जैसे सखी के साजन आ रहे है , किन्तु कवि उसे साजन मानने से इन्कार करता है और कहता है ,, साजन नही,, ढोल आ रहा है !! 

ये मुकरी अमीर खुसरो के द्वारा लिखी गई है।

टिप्पणियाँ

Risky ने कहा…
Thank you so much